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Ramnavami 2023: अयोध्या में धूमधाम से मनाई जाएगी रामनवमी, दोपहर से प्रारंभ कार्यक्रम, जानिए तैयारियां?

Ramnavami 2023

Ramnavami 2023: इस बार भगवान रामलला के अस्थाई मंदिर में जन्म की आखिरी जन्म उत्सव है, जिसकी महिमा पूरे अयोध्या में दिखाई दे रही है। ट्रस्ट ने इस बार राम जन्मोत्सव को बेहद खास बनाने का इंतजाम किया है।

अयोध्या में इस बार रामनवमी (Ramnavami 2023) को बड़े पैमाने पर मनाने की तैयारी की गई है। गुरुवार को दोपहर 12 बजे से भगवान रामलला के मंदिर में राम जन्मोत्सव की शुरुआत होगी। इसके लिए रामलला के अस्थायी मंदिर को फूलों से सजाया गया है और जिस स्थान पर राम मंदिर का गर्भगृह बन रहा है, उसे भी सजाया गया है।

मतलब पूरी राम जन्मभूमि परिसर को फूलों और रंग-बिरंगी लाइटों से सुसज्जित किया गया है। माना जा रहा है कि इस बार रामनवमी पर करीब एक लाख श्रद्धालु भगवान राम लला की पूजा कर सकेंगे। 

इस बार भगवान रामलला के अस्थाई मंदिर में जन्म की आखिरी बरसी है, जिसकी महिमा पूरे अयोध्या में दिखाई दे रही है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा इस वर्ष के जन्मोत्सव को बेहद खास बनाने के लिए बहुत प्रवंध किएए गए हैं।

इस बार पूरे 9 दिनों तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है साथ ही पूरे 9 दिनों तक भगवान रामलला के लिए नए वस्त्र बनाए जा रहे हैं और इस बार रामलला के भोग के लिए 4 तरह के रिकॉर्ड बनाए गए हैं। साथ ही फल और मिठाई का भोग लगाया जाएगा और इन सभी प्रसाद का भोग रामलला को लगाया जाएगा। 

भगवान को जो भोग लगाना है, वही भोग रामभक्तों को प्रसाद के रूप में भी बांटा जाएगा। इस बार भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव पर पर्यटन विभाग ने भी राम भक्तों को बड़ी सौगात दी है। अब राम भक्त पूरे अयोध्या में हवाई जहाज से जा सकेंगे और उनके साथी भी मंदिर के निर्माण कार्य को देख सकेंगे।

 बनवाई गई चार तरह की पंजीरी। Ramnavami 2023

रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि इस बार अस्थायी मंदिर में श्री राम जन्मोत्सव आखिरी बार मनाया जा रहा है, इसलिए रामलला मंदिर को विशेष रूप से सजाया गया है। हर दिन भगवान के लिए नए वस्त्र बनाए जा रहे हैं और 9 दिनों के लिए कलश की स्थापना की गई है। 

सभी देवी-देवताओं की पूजा की जा रही है और भगवान रामलला के लिए सौ वजन का पंचामृत बनाया जाएगा और उस पंचामृत में भगवान रामलला को स्नान कराया जाएगा और फिर उस पंचामृत को सभी राम भक्तों में बांटा जाएगा। उन्होंने कहा कि इस बार चार तरह के रिकॉर्ड बनाए गए हैं और ये रिकॉर्ड रामलला के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को बांटे जाएंगे।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि गर्भगृह निर्माण स्थल को फूलों से सजाया गया है और इस बार एक लाख राम के भक्तों को प्रसाद बांटा जाएगा और भगवान राम लला का जन्मोत्सव होगा। इसके बाद परंपरा के अनुसार और कार्यक्रम होंगे।

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