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होलिका दहन 2023: जानिए होलिका दहन की पूजा विधि और जरूरी नियम, जाने कब है शुभ मुहूर्त

होलिका दहन 2023: जानिए होलिका दहन की पूजा विधि और जरूरी नियम, जाने कब है शुभ मुहूर्त

Holika Dahan 2023: होली खुशी और हर्षोल्लास का त्यौहार है। अबकी बार 6 और 7 मार्च दोनों को होलिका दहन का मुहूर्त है। होलिका दहन के अगले दिन 8 मार्च को रंगो की होली खेली जाएगी। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, होलिका दहन 6 मार्च और 7 मार्च दोनों दिन की है। आइए जानते हैं होलिका दहन का शुभ मुहूर्त, भद्राकाल, पूजा विधि और महत्व…. 

होलिका दहन वाले दिन ना करें भूलकर भी यह कार्य 

  • होलिका दहन की अग्नि को जलती हुई चिता का प्रतीक माना जाता है। इसलिए जिनकी नई-नई शादी होती है। उन्हें होलिका दहन को दहन होते हुए नहीं देखना चाहिए। 
  • जो संतान अपने माता-पिता की इकलौती संतान है उसे भी कभी होलिका में आहुति नहीं देनी चाहिए। ऐसा करना बहुत अशुभ माना जाता है। 
  • होलिका दहन वाले दिन सफेद खाद्य पदार्थ नहीं खाने चाहिए। 
  • होलिका दहन वाले दिन सर ढककर विधिवत पूजा करनी चाहिए। 
  • आपको बता दें कि कभी भी सास और बहू को मिलकर होलिका दहन नहीं देखनी चाहिए। 
  • होलिका दहन वाले दिन कोई भी शुभ कार्य या मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए। 
  • होलिका दहन वाले दिन आप किसी को भी उधार ना दें। अगर आप ऐसा करेंगे तो आपके घर में बरकत नहीं होगी। 
  • होलिका दहन की अग्नि में पीपल, बरगद व आम की लकड़ी का प्रयोग निषेध माना जाता है। इस दिन किसी भी महिला का अपमान नहीं करना चाहिए। 

होलिका दहन पर भद्राकाल का क्या मतलब है?

होली की कथा के मुताबिक, माना जाता है कि भद्रा के स्वामी यमराज होने की वजह से इस योग में कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है। किंतु भद्रा पुंछ में होलिका दहन कर सकते हैं, क्योंकि इस दौरान भद्रा का प्रभाव बहुत कम हो जाता है, और व्यक्ति को कोई दोस्त भी नहीं लगता है। 

होलिका दहन का शुभ मुहूर्त

मंगलवार 7 मार्च 2023 को भद्रा रहित और उदय तिथि की मान्यता के मुताबिक, होलिका दहन का मुहूर्त सबसे शुभ रहेगा। वहीं पर होलिका दहन का मुहूर्त मंगलवार की शाम को 6:31 से रात 8:58 तक रहेगा। शुभ मुहूर्त के दौरान आप पूजा अर्चना कर सकते हैं। 

होलिका दहन की पूजा विधि

ज्योतिषाचार्य के अनुसार, होलिका दहन की पूजा हमेशा शुभ मुहूर्त में हीं करनी चाहिए। इस पूजा के दौरान होलिका दहन में पूर्व दिशा की ओर मुंह करके जल, रोली, अक्षत, फूल, पीली सरसों, गुलाल और मिष्ठान चढ़ा सकते हैं। इसके उपरांत होलिका दहन की सात बार परिक्रमा करते हुए उसमें अग्नि प्रज्वलित करें। 

जानिए भद्राकाल का मुहूर्त

अबकी बार होलिका दहन 7 मार्च को मंगलवार की है। अबकी बार बता काल का मुहूर्त 6 मार्च को शाम 4:48 से लगेगा और 7 मार्च को प्रातकाल 5:14 पर समाप्त होगा। पंचांग के मुताबिक, अबकी बार होलिका दहन पर भद्रा का साया नहीं है। 

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