UP Today News: दो माह पहले फर्जी नंबर प्लेट की मदद से हरी मटर को ट्रांसपोर्टर के जरिए गुड़गांव के लिए एक ट्रक पर लाद दिया गया था। इसके बाद उसने मटर को सड़क पर बेच दिया। कोतवाली पुलिस ने घटना को अंजाम देने वाले तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों के पास से 80 लाख रुपए बरामद किए गए हैं। पुलिस ने आरोपितों को जेल भेज दिया है।
सीओ उमेश पांडेय ने यह बताया
सीओ उमेश पांडेय ने बताया कि कानपुर निवासी मुस्तकीम चिश्ती स्थानीय बाजार में ट्रांसपोर्ट का काम करता है। जनवरी के महीने में हरी मटर का मौसम बीत रहा था। 10 जनवरी को उनके पास एक व्यक्ति का फोन आया जिसने उन्हें बताया कि उनका ट्रक खाली है और उसे लोड करने की जरूरत है। यदि कोई शुल्क है, तो कहो।
वाहक ने कहा कि उसे रेंधर के क्योलारी गांव थाना क्षेत्र से हरी मटर लोड करने के बाद तुलसीदास दिलीप कुमार की कंपनी के लिए गुड़गांव जाना है। ट्रक चालक 10 जनवरी की उसी दोपहर 121 क्विंटल मटर लादकर गुड़गांव के लिए निकला था। अगले दिन जब शाम तक ट्रक कंपनी में नहीं पहुंचा तो ट्रक की तलाश शुरू की गई, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला, जिसके बाद वाहक ने रेंधर थाने में शिकायत दर्ज करायी।
मामले की जांच जालौन कोतवाल कुलदीप तिवारी को सौंपी गई है। सीओ ने कोतवाली में मामले का खुलासा करते हुए बताया कि मामले की जांच में ट्रक का नंबर भी फर्जी निकला है। पुलिस व एसओजी की टीम ने संयुक्त कार्रवाई कर मामले की चर्चा की, जिसमें आगरा जिले के नन्हाई शाहदरा निवासी अरविंद कुमार, पोली पोखर बांके बिहारी चौकी पोहिया आगरा थाने के जितेंद्र यादव व गुलालपुर नौगांव मैनपुरी निवासी भूप सिंह का नाम आया।
मुखबिर से मिली जानकारी के अनुसार कोतवाली प्रबंधक कुलदीप तिवारी ने भूप सिंह को सोमवार रात चुंगी नंबर 4 के पास से गिरफ्तार कर लिया। शेष दो अभियुक्तों को बालाजी डीजल जेनरेटर उद्योग फाउंड्री नगर थाना के एत्मादौला जिला आगरा के एसआई रजत कुमार ने गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपी ने बताया कि उसने आगरा में 2 लाख 15 हजार में मटर बेची थी। जिसमें चालक भूप सिंह ने 16 लाख, जितेंद्र ने 70 लाख व अरविंद ने 1 लाख 10. 8-9 लाख रुपये पार्टी पर खर्च किए थे। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों से 2 लाख 15 हजार रुपये में से 1 लाख 80 रुपये बरामद किये हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।